Posted in India, Life, Love, Poetry on September 23, 2017|
For my lovely Aarya on her first birthday!
आज सवेरा कुछ अद्भुत सा है
ना पंछियों की चह चाहट है
ना ही आसमां में रंग है
फिर भी ज़हन में नया आगाज़ है
मैं उठ चला ढूढ़ने कुछ
पर मालूम नहीं वोह है क्या
इधर उधर झाँक लिया सवेरा
पर ओझल सा है फिर भी सब कुछ
खिल खिलाहट सी है अब कोई सुनाई दी
कुछ इतरन सी महसूस हो रही हवाओं में
हलके से कदमों की आहट है आने लगी
और दो धड़कने सुर हैं मिलाने लगी
देखते ही समां अब बदल सा गया
उत्साह से पंछी हैं चहक रहे , रंगों में नए रंग हैं
सुनहरे फूलों से बिछी है उसकी राह
मेरी ज़िन्दगी बनकर आ रही है आर्या
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Posted in India, Life, Poetry, Society, tagged ahlcon, Hindi, hindi-poem, India, Poetry on September 15, 2017|
अभी आँखे खोली हैं मैंने
लम्बे दौर के बाद हूँ जागा
ओझल सा है नज़ारा सामने
एक नए समय में अभी नहीं तकाज़ा
कल तक था मैं चल रहा अकेले
अब कई मुसाफिर हैं साथ मेरे
कल तक मैंने थी एक राह बनाई
अब कई राहें हैं सामने मेरे
मैं उठ रहा हूँ इस दौर से
दस्तक देता नए दरवाज़ों पर
एक हाथ से थामा है आज को
और निगाहें हैं आगाज़ों पर
कुछ दीवारें अभी बनी नहीं
इमारतें भी नयी पुरानी हैं
दूर तलक देख रहा हूँ अब
कल की झलक अभी रूहानी है
आँख अब सो सकती नहीं
मंज़र नज़र आने सा लगा है
हाथ खोल समेट रहा हूँ यह क्षण
यह नया दौर मुझे अपनाने लगा है
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Posted in India, Life, Poetry, Public Service, social, Society, Uncategorized, tagged change india, Hindi, honor the women, India, Poetry, rise of women, society, women atrocities, women emancipation, women empowerment on October 27, 2013|
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dedicated to all the women in India who are subject to societal, cultural and religious atrocities.
एक नर की नारी हूँ मैं
नरों ने अस्तितिव बनाया यह
युगों युगों से अबला हैं मुझको कहते
दबे दबे से मेरे अरमां मुझमे है रहते |
शीश झुका सबको संभाला
उनके रंगों में खुद को ढाला
कलम किताबों में देवी बनाया
पर मेरे जीवन में वोह पल ना आया |
कुछ युगों में उठी , फिर भुला दिया
मेरी कहानी को इतिहास में दबा दिया
और दहलीज़ जब लांघ कर आई
एक किरण थी हाथों में पर खुद को अकेला पाई |
आज जब आईने में देखा खुद को
तेज़ प्रताप नज़र आया मुझको
मैं हूँ शक्तिशाली
नही मैं अब नर की नारी |
कोई दहलीज़ नहीं , यह जग है मेरा
तुमसे मिला वक़्त , अब है मेरा
जाग्रित हूँ , साहस है , नए युग का है एहसास
अब मैं मैं हूँ , यह है मेरी आवाज़ ||

Top right picture courtsey: http://visualmantra.wordpress.com
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